कपड़े और हुलिया बदलकर बाइक से फरार हुआ था भगोड़ा अमृतपाल सिंह, पुलिस ने जारी की तस्वीरें, देखें
Punjab News Live -PNL
March 21, 2023
चंडीगढ़, पंजाब, होम
चंडीगढ़, (PNL) : खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह अब तक फरार है। उसके खिलाफ पंजाब पुलिस ने नैशनल सिक्यॉरिटी ऐक्ट (एनएसए) के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा 18 मार्च को उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। इस बीच पुलिस ने अमृतपाल सिंह की तस्वीरें जारी कर लोगों से उसे पकड़ने में मदद की अपील की है। इस तस्वीर में अमृतपाल सिंह अलग-अलग लुक में दिखाई दे रहा है। पुलिस को शक है कि खालिस्तान समर्थक हुलिया बदलकर भागा होगा।
पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया, ‘अलग-अलग हुलिए में अमृतपाल सिंह की कई तस्वीरें हैं। हम इन तस्वीरों को जारी कर रहे हैं। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इन्हें प्रदर्शित करें ताकि लोग अमृतपाल को गिरफ्तार करने में हमारी मदद कर सकें।’
आईजी सुखचैन सिंह गिल ने बताया, ‘अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए लगाया गया है। इसके अलावा 18 मार्च को ही उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। आईजी ने बताया कि जिस ब्रेजा कार से अमृतपाल सिंह भागा है उसे बरामद कर लिया गया है। वह चार लोगों की मदद से भागा।
बाइक से फरार हुआ अमृतपाल?
अमृतपाल सिंह का एक सीसीटीवी फुटेज भी आया है। दावा किया जा रहा है कि इस फुटेज में अमृतपाल सिंह एसयूवी में बैठकर टोल प्लाजा क्रॉस कर रहा है। वीडियो पर टाइमिंग के मुताबिक, यह शनिवार 18 मार्च को सुबह साढ़े ग्यारह बजे का है।
इसके अलावा अमृतपाल की नई तस्वीर सामने आई है जिसमें वह बाइक पर भागता दिख रहा है। इसमें अमृतपाल की पगड़ी बदली हुई दिख रही है। वह गुलाबी रंग की पगड़ी पहने है। अमृतपाल के साथ बाइक में दो लोग और हैं और सभी ने अपना चेहरा कपड़े से छिपाया हुआ है। पुलिस ने बताया कि कानून के मुताबिक काम कर रही है। लोगों को शक है, लेकिन मुख्य आरोपी (अमृतपाल सिंह) अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है। गिरफ्तारी होते ही हम आपको सूचित करेंगे।
पुलिस के अनुसार अमृतपाल सिंह अब तक फरार है और कहां पर छिपा है इसका पता लगाया जा रहा है। इससे पहले पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने पंजाब सरकार और पुलिस को फटकार लगाई है। हाई कोर्ट ने कहा कि जब देश की सुरक्षा का खतरा था तो सरकार क्या कर रही थी। हाई कोर्ट ने पूछा कि 80,000 पुलिसकर्मी क्या कर रहे थे, अमृतपाल सिंह फरार होने में कैसे कामयाब हो गया। हाई कोर्ट ने इसे इंटेलिजेंस फेलियर का मामला कहा।