संदीप साही
जालंधर, (PNL) : नगर निगम चुनाव का माहौल गर्म चल रहा है। मुख्य मुकाबला तो आप और कांग्रेस के बीच ही है, लेकिन शहर के 7 वार्ड ऐसे हैं जहां बीजेपी कड़ी टक्कर दे रही है। वहां पर जीत की बाजी बीजेपी की तरफ पलट सकती है। आप और कांग्रेस इन वार्डों पर अपनी सीट गंवा सकते हैं। इसके अलावा बाकी वार्डों में भाजपा मजबूत नहीं है। आइए आपको बताएं कि किस-किस वार्ड से भारतीय जनता पार्टी जीत सकती है।

सबसे पहले बात करें वार्ड नं 64 की। यहां पर आप के जगदीश राजा तो कांग्रेस के सुभाष ढल्ल मैदान में हैं, लेकिन यहां से बीजेपी ने राजीव ढींगरा को टिकट देकर मुकाबला रोचक करवा दिया है। यहां पर सीधा-सीधा मुकाबला अब राजा और ढींगरा के बीच रह गया है। ढींगरा इस समय राजा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

इसी तरह वार्ड नं 58 में पूर्व विधायक शीतल अंगुराल के भाई राजन अंगुराल काफी मजबूत स्थिति में है। उनके मुकाबले आप ने डा. मुनीश करलुपिया को खड़ा किया है जबकि कांग्रेस ने बलबीर चंद को टिकट दी है, लेकिन फाइट राजन और मुनीश के बीच ही है। आपको बता दें कि मुनीश को अंगुराल बर्दर्स ही राजनीति में लेकर आए थे।

इसके अलावा वार्ड नं 36 से बीजेपी के गौरव महे काफी स्ट्रांग चल रहे हैं। कांग्रेस ने इस वार्ड से मौजूदा पार्षद पवन कुमार तो आप ने प्रिंस बग्गा को मैदान में उतारा है, लेकिन मुख्य मुकाबला गौरव और पवन के बीच ही देखने को मिल रहा है। पुराने पार्षद पवन से लोग नाराज चल रहे हैं जबकि गौरव के डोर-टू-डोर और मीटिंगों में भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। गौरव के पिता स्व. सुरिंदर महे शहर के मेयर रह चुके हैं।
वहीं वार्ड नं 59 से बीजेपी की चंद्र कुमार संधा मुख्य मुकाबले में हैं। वह पिछली बार भी पार्षद रही थी। उनके ससुर कृपाल सिंह बूटी कई बार यहां से पार्षद रह चुके हैं। यहां से आप ने सीमा हंस और कांग्रेस ने आशिती सहोता को उतारा है, लेकिन संधा यहां पर काफी मजबूत स्थिति में हैं।
उधर वार्ड नं 77 से बीजेपी की रिंपी प्रभाकर टक्कर दे रही हैं। वह पहले भी पार्षद रह चुकी हैं। कांग्रेस ने रूपिंदर कौर धीमान को टिकट दी है जबकि आप ने सुखजीत कौर को मैदान में उतारा है। रिंपी प्रभाकर इन दोनों से ज्यादा मजबूत हालात में हैं।

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