चंडीगढ़, (PNL) : मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के आदेशानुसार, आगामी स्वतंत्रता दिवस के शांतिपूर्ण आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए पंजाब पुलिस ने राज्यभर में सुरक्षा कड़ी कर दी है और सभी फील्ड यूनिटों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों के तहत, पुलिस टीमों ने राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों के संवेदनशील इलाकों में एक साथ फ्लैग मार्च किया, जिसके बाद सभी संवेदनशील स्थानों पर घेराबंदी और तलाशी मुहिम चलाई गई।
स्पेशल डीजीपी (क़ानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि सीपी/एसएसपी की अगुवाई में पुलिस टीमों ने अपने-अपने जिलों के संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य आम लोगों में विश्वास बढ़ाना और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को तैयार करना था।
स्पेशल डीजीपी ने आगे बताया कि सीपी/एसएसपी को एसपी रैंक के अधिकारी की निगरानी में राज्यभर के भीड़-भाड़ वाले स्थानों—जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाज़ार, शॉपिंग मॉल, सार्वजनिक पार्क आदि—में विशेष घेराबंदी और तलाशी अभियान (सी ए एस ओ) चलाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा, “हमने सभी पुलिसकर्मियों को सख्त निर्देश दिए कि कार्रवाई के दौरान प्रत्येक व्यक्ति की तलाशी लेते समय उनके साथ मित्रतापूर्ण और विनम्र व्यवहार करें।”
इस तलाशी अभियान को सफल बनाने के लिए 1,500 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली लगभग 250 पुलिस टीमों को तैनात किया गया, जिन्होंने संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी के दौरान आम जनता को न्यूनतम असुविधा सुनिश्चित की।
इसके अतिरिक्त, पुलिस टीमों ने नशों के विरुद्ध अपनी घेराबंदी और तलाशी मुहिम को 165वें दिन भी जारी रखते हुए 374 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान 53 एफआईआर दर्ज कर 73 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही, 165 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 25,719 हो गई है।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 2.4 किलोग्राम हेरोइन और 42,800 रुपए की ड्रग मनी बरामद की गई।
उन्होंने बताया कि 73 गज़टेड अधिकारियों की निगरानी में 1,100 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 120 से ज्यादा पुलिस टीमों ने राज्यभर में छापेमारी की और दिनभर चले इस ऑपरेशन के दौरान 406 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की।
स्पेशल डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने नशों के खात्मे के लिए तीन-स्तरीय रणनीति—इंफोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ई डी पी)—लागू की है और ‘डी-एडिक्शन’ के तहत आज पंजाब पुलिस ने 61 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास इलाज करवाने के लिए राज़ी किया है।