लुधियाना, (PNL) : पंजाब के प्रसिद्ध कवि व साहित्यकार पदमश्री डॉ. सुरजीत पातर आखिर आज (सोमवार) को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ।
इस मौके पर पहुंचे पंजाब के CM भगवंत मान काफी भावुक हो गए। वह खुद को संभाल नहीं पाए और उनकी आंखों से आंसू आ गए। पातर साहब अमर रहे व पंजाबी मां बोली का रखवाला अमर रहे नारे लोगों ने लगाए। इस मौके समेत कई नेता, विधायक, नामी साहित्यकार, कलाकार, प्रोफेसर व मीडिया से संबंधित उन्हें श्रद्वाजंलि देने पहुंचे।
इससे पहले उनके घर से मॉडल टाऊन स्थित श्मशान घाट तक अंतिम यात्रा निकाली गई। सीएम भगवंत मान ने भी वहां पहुंचकर अर्थी को कंधा दिया है। इस मौके माहौल काफी गमगीन था। सुरजीत पातर का दो दिन पहले देहांत हो गया था। लेकिन उनका बेटा विदेश में था। ऐसे में बेटे के आने के बाद आज संस्कार किया जाना था।
पातर अवार्ड शुरू करेंगे, एक लाख का रहेगा इनाम
पंजाब सरकार द्वारा पंजाबी कवि और साहित्यकार सुरजीत पातर की याद में हर साल पातर अवॉर्ड दिया जाएगा। यह अवार्ड उभरते हुए कवियों को दिया जाएगा। अवार्ड 8वीं कक्षा से लेकर ग्रेजुएशन स्तर तक का होगा।
पातर अवार्ड के विजेता को हर साल 1 लाख रुपए व यादगारी चिन्ह भेंट किया जाएगा। भाषा विभाग की तरफ से इस अवार्ड की अगुआई की जाएगी। वहीं, सीएम ने कहा कि जो भी मांग पत्र डॉ. पातर के साथियों ने दिए है। उसे पूरा किया जाएगा।