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इंडिगो एयरलाइन का संकट जारी, 100 से अधिक फ्लाइट्स रद्द, कई शहरों की हवाई सेवा ठप, Indigo संकट की क्या है असली वजह, पढ़ें

नई दिल्ली, (PNL) : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो रविवार को भी बड़े परिचालन संकट का सामना करती दिखी. बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द होने से हजारों यात्री फंस गए और कई एयरपोर्ट पर अफरातफरी जैसा माहौल बन गया. दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ, चंडीगढ़ समेत कई बड़े शहरों में उड़ानें रद्द होने का सिलसिला जारी है. यात्रियों का कहना है कि बिना पूर्व सूचना उड़ानें रद्द करने से उन्हें भारी परेशानी हो रही है.

दिल्ली एयरपोर्ट से कई प्रमुख उड़ानें रद्द
दिल्ली से कई बड़े शहरों के लिए उड़ानें आज रद्द कर दी गईं. इनमें शामिल हैं:

  • दिल्ली से बेंगलुरु – रद्द

  • दिल्ली से जयपुर – रद्द

  • दिल्ली से नागपुर – रद्द

  • दिल्ली से ग्वालियर – रद्द

  • दिल्ली से चेन्नई – रद्द

अन्य उड़ानों के भी प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है.

हैदराबाद एयरपोर्ट पर सबसे बड़ा संकट, 115 उड़ानें रद्द

हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, शमशाबाद पर स्थिति गंभीर बनी हुई है. यहां इंडिगो ने आज कुल 115 उड़ानें रद्द कर दीं, जिनमें शामिल हैं:

  • 54 आगमन वाली फ्लाइट

  • 61 प्रस्थान वाली फ्लाइट

सुबह-सुबह लिए गए इस फैसले से यात्री बेखबर थे, जिसके चलते एयरपोर्ट पर लंबी कतारें, भीड़ और शिकायतों का सिलसिला जारी है.

लखनऊ एयरपोर्ट पर भी असर, लगी यात्रियों की कतारें

लखनऊ में भी उड़ानें रद्द होने की स्थिति बनी हुई है. यहां आज इंडिगो की 5 उड़ानें रद्द हुईं. एयरपोर्ट पर इंडिगो काउंटर पर यात्रियों की लंबी लाइनें दिखीं. यात्रियों का आरोप है कि उन्हें समय पर सही जानकारी भी नहीं दी गई.

मुंबई एयरपोर्ट से 8 उड़ानें रद्द
मुंबई एयरपोर्ट पर भी यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी. यहां अब तक इंडिगो की 8 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं. रद्द की गई उड़ानों में शामिल हैं:

मुंबई–गोवा

मुंबई–जबलपुर

मुंबई–अहमदाबाद

मुंबई–मदुरै

मुंबई–अयोध्या धाम

मुंबई–पटना

मुंबई–कानपुर

मुंबई–गोरखपुर

हालांकि, मुंबई–बेंगलुरु की उड़ान और लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें समय पर हैं.

चंडीगढ़ में भी ऑपरेशन प्रभावित
चंडीगढ़ एयरपोर्ट से भी इंडिगो की 3 उड़ानें रद्द की गईं. यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों और रिफंड के लिए लंबे इंतजार का सामना करना पड़ रहा है.

यात्रियों में नाराजगी
उड़ानें रद्द होने से यात्रियों में नाराजगी साफ दिखाई दे रही है. कई यात्रियों ने कहा कि उन्हें समय रहते सूचना नहीं दी गई, बुकिंग का पैसा वापस मिलने में परेशानी हो रही है और वैकल्पिक उड़ानों का किराया बहुत बढ़ गया है. इंडिगो ने यात्रियों से धैर्य रखने की अपील की है और कहा है कि स्थिति जल्द सामान्य की जाएगी.

क्या आप जानते हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि देश की सबसे मजबूत एयरलाइन का पूरा सिस्टम अचानक बैठ गया? क्यों हजारों लोग एयरपोर्ट पर फंस गए और कैसे एक के बाद एक हालात इतने बिगड़ गए? आइए विस्तार से समझते हैं पूरी कहानी।

कैसे बढ़ा इंडिगो का संकट?

इंडिगो बीते कुछ हफ्तों से फ्लाइट लेट होने और छोटी तकनीकी खराबियों से जूझ रही थी। एयरलाइन इसके लिए कभी मौसम, तो कभी एयरपोर्ट पर भीड़ को जिम्मेदार ठहरा रही थी। लेकिन असली दबाव तब शुरू हुआ जब सरकार ने फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नए नियम लागू किए। इसका मकसद पायलटों को थकान से बचाना था, लेकिन पहले से ही स्टाफ की कमी झेल रही इंडिगो के लिए यह नियम भारी पड़ गया।

नए सरकारी नियम ने संकट बढ़ाया

FDTL नियमों के अनुसार पायलटों को अनिवार्य आराम देना जरूरी हो गया। इससे बड़ी संख्या में पायलट आराम पर भेजे गए, जबकि इंडिगो के पास उस हिसाब से एक्स्ट्रा स्टाफ था ही नहीं, जिसके चलते एयरलाइन को कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और यहीं से बड़ी समस्या शुरू हुई।

एयरबस A320 की चेतावनी के बाद हालात बिगड़े

इसी बीच रात के समय उड़ानों के लिए एयरबस 320 से जुड़े सुरक्षा अलर्ट आए, जिनके चलते कई देर रात की उड़ानें तुरंत रद्द करनी पड़ीं। नए नियम रात 12 बजे के बाद लागू हो चुके थे, जिससे अचानक बड़ी संख्या में फ्लाइट्स कैंसिल होने लगीं और सिस्टम में भारी अव्यवस्था पैदा हो गई।

इंडिगो का बड़ा आकार भी बना वजह

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन होना इस बार इंडिगो के लिए उलटा पड़ गया। इतने बड़े नेटवर्क में जब एक साइकिल बिगड़ा, तो बाकी हिस्से भी तेजी से प्रभावित हो गए। हजारों क्रू, दर्जनों एयरपोर्ट और प्रतिदिन 2000 से ज्यादा उड़ानों का शेड्यूल एक झटके में चरमरा गया।

DGCA का बड़ा यू-टर्न

लगातार बढ़ते हंगामे के बीच DGCA ने राहत देते हुए वह नियम वापस ले लिया, जिसमें पायलट के साप्ताहिक आराम को छुट्टी से बदलने की मनाही थी। इससे पायलट रोटेशन थोड़ा आसान होगा और एयरलाइन कुछ स्थिरता ला सकेगी।

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