बठिंडा के मैदान में ससुर और पिता के नाम का ‘सहारा’, इमोशनल कार्ड खेलने में जुटे प्रत्याशी
Punjab News Live -PNL
April 26, 2024
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न्यूज डेस्क, (PNL) : लोकसभा चुनाव में शिअद प्रत्याशी व पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुरमीत सिंह खुड्डियां इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं। हरसिमरत प्रचार में अपने ससुर प्रकाश सिंह बादल के नाम का सहारा ले रही हैं तो खुड्डियां अपने पिता जगदेव सिंह खुड्डियां की दरवेश सियासतदान की छवि का जिक्र करते नजर आ रहे हैं। बठिंडा की सौ फीट रोड पर मंगलवार को हरसिमरत ने अपने संबोधन में कहा, नेताओं की बड़े बादल साहब जैसी सोच होनी चाहिए। उन्होंने हमेशा श्री गुरु ग्रंथ का आसरा लेकर सभी धर्मों का सत्कार किया और सद्भावना पैदा की। एक आजकल के नेता हैं जो धर्मों के नाम पर देश को बांटने पर तुले हुए हैं।
वहीं, 15 अप्रैल को बठिंडा के महेश्वरी चौक में कहा था कि बड़े बादल साहब द्वारा कराए गए विकास कार्यों के बारे में किसी को बताने की जरूरत नहीं है। सब कुछ आपके सामने है। 15-20 वर्ष पूर्व बठिंडा क्या हुआ करता था और अब बठिंडा क्या बन चुका है।
पिता जी का पंजाब दरवेश सियासतदान के नाम से पुकाराता
वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुरमीत सिंह खुड्डियां ने 9 अप्रैल को जिला बार एसोसिएशन के वकीलों को वार रूम में संबोधन करते हुए कहा था कि उनके पिता जगदेव सिंह खुड्डियां को आप सब जानते ही हैं। पूरा पंजाब उनको दरवेश सियासतदान के नाम से पुकारता था। मुझे इस बात की खुशी है कि मैं उस परिवार से हूं। उनके नक्शे कदमों पर चलने की कोशिश कर रहा हूं।
नेताओं को लोग गालियां निकालते हैं, लेकिन जत्थेदार खुड्डियां को लोग दरवेश कहा करते थे। यही उनकी असल कमाई थी। खुड्डियां ने 22 अप्रैल को सरदूलगढ़ के नछत्तर सिंह रतन के रत्तन इंट्रप्राइजेज पर अपने संबोधन में कहा कि मुझे गर्व है मैं जत्थेदार जगदेव सिंह खुड्डियां का बेटा हूं। मेरी कोशिश है कि मैं भी उनके दिखाए मार्ग पर चल सकूं। बता दें कि जगदेव सिंह खुड्डियां 1989 में फरीदकोट से सांसद रहे हैं। तब वह शिरोमणि अकाली दल अमृतसर पार्टी में थे।