लुधियाना, (PNL) : आम आदमी पार्टी के हलका लुधियाना वेस्ट से विधायक गुरप्रीत गोगी की शुक्रवार देर रात पिस्टल साफ करते समय गोली लगने से मौत हो गई। शनिवार को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। विधायक गुरप्रीत गोगी एक बेबाक अंदाज में जीने वाले व्यक्ति थे। वह अपने दिल में कोई बात नहीं रखते थे बल्कि उनके दिल में जो होता था वह सभी के सामने बोल देते थे। चाहे वह बात उनके हक में हो या फिर उनके खिलाफ। अपने इसी बेबाक अंदाज के कारण विधायक गुरप्रीत गोगी कई बार सुर्खियों में आए।
पहली बार गुरप्रीत गोगी उस समय सुर्खियों में आए जब वह अपने नामांकन पत्र भरने के लिए पुराने स्कूटर पर सवार होकर पहुंचे। जिस पर वह कॉलेज जाया करते थे। जब वह चुनाव जीत कर विधायक बने तो पहली बार नगर निगम दफ्तर डी जोन पहुंचे तो उनके पास टू सीटर पोर्शे थी। वह पोर्शे पर सवार होकर पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी थी। हालांकि, उस समय वह ट्रोल भी हुए थे, लेकिन फिर भी उन्होंने किसी की परवाह नहीं की और अपने उसी अंदाज में रहे।
अपनी ही सरकार के लगाए नींव पत्थर तोड़ा
आप विधायक गुरप्रीत गोगी अपने चिरपरिचित अंदाज में सभी से मिलते थे। वह उस समय एक बार फिर सुर्खियों में आए जब उन्होंने बुड्ढा नाले की सफाई को लेकर अपनी ही सरकार की ओर से लगाए नींव पत्थर तोड़ दिया। नींव पत्थर तोड़ने के बाद वह पूरे पंजाब में एक बार सुर्खियों में आ गए। हर कोई बात करने लगा कि गोगी में कोई बात तो है कि वह अपनी ही सरकार के खिलाफ इतने जोर से आवाज उठा रहे हैं। हालांकि, उन्हें पार्टी स्तर पर फटकार भी लगी थी। मगर वह फिर भी नहीं हटे और सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोले रखा।
पीए ने कहा- चेहरे पर नहीं था कोई तनाव
मनीष कपूर आप विधायक गोगी के बतौर पीए साथ काम करते थे। पीए मनीष कपूर के अनुसार रात को जब वह विधायक के घर से निकले तो वह पूरी तरह स्वस्थ थे। उनके चेहरे पर किसी तरह की चिंता या तनाव तो दूर, उसके लक्षण तक नहीं थे। वह अपने रोज के कार्यों में ही दिन भर व्यस्त भी रहे। वह रोजाना सुबह से लेकर रात तक उनके साथ रहते थे। कभी कोई डिप्रेशन जैसी बात भी सामने नहीं आई।
फूट-फूट कर रो पड़े विधायक अशोक पराशर
विधायक गुरप्रीत गोगी बस्सी को जब अंतिम विदाई के समय हलका सेंट्रल से विधायक अशोक पराशर पप्पी फूट-फूट कर रो पड़े। उन्होंने कहा कि गोगी उनका भाई था और जब भी गोगी के साथ उनकी कहीं भी मुलाकात होती तो गोगी दोनों हाथों से उसे सैल्यूट करते थे और हर बार कहते थे कि मेरा भाई आया है। गोगी उन्हें अपना भाई मानते थे उनकी कमी अब कोई भी पूरी नहीं कर सकेगा। आप विधायक पप्पी पूरी रात परिवार के साथ रहे और सुबह कुछ समय अपने घर बिताने के बाद फिर से गोगी के घर लौट आए। अंतिम समय तक उन्होंने गोगी के साथ बिताए हुए समय को याद किया और यहां तक कह दिया कि आज उन्होंने सगे भाई से भी बढ़कर दोस्त खो दिया।