श्री आनंदपुर साहिब, (PNL) : हिंद दी चादर, धर्म के रक्षक नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित 20 नवंबर को गुरदासपुर के गुरुद्वारा तप अस्थान संत बाबा हरी सिंह जी से पूरे खालसाई जाहो-जलाल के साथ शुरू हुए विशाल नगर कीर्तन की आज श्री आनंदपुर साहिब पहुंचने पर समाप्ति हुई। श्री आनंदपुर साहिब में इस नगर कीर्तन के पहुंचने पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस और हरभजन सिंह ई.टी.ओ. द्वारा फूलों की वर्षा कर स्वागत किया गया।
फूलों से सजी सुंदर पालकी साहिब में सुशोभित जुगो-जुग अटल श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्रछाया और पंज प्यारों तथा निशान साहिब की अगुवाई में सजाए गए इस नगर कीर्तन का खालसे की जन्मभूमि श्री आनंदपुर साहिब में पहुंचने पर रूपनगर जिला प्रशासन और संगत की ओर से भी भव्य स्वागत किया गया।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस और हरभजन सिंह ई.टी.ओ. द्वारा नगर कीर्तन में शामिल पंज प्यारे साहिबान और पांच निशानची साहिबान को सिरोपा भेंट किए गए।
नगर कीर्तन के तख्त श्री केसगढ़ साहिब में नतमस्तक होने के बाद कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब महाराज के स्वरूप को पूर्ण सम्मान के साथ गुरुद्वारा श्री सीस गंज साहिब में सुशोभित किया।
गुरदासपुर से श्री आनंदपुर साहिब आने वाले इस नगर कीर्तन में संत बाबा कश्मीर सिंह भूरी वालियां समेत अन्य जत्थेबंदियों और संस्थाओं द्वारा पूर्ण सहयोग दिया गया।
उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार द्वारा संगत के पूर्ण सहयोग से 20 नवंबर को गुरदासपुर से शुरू हुआ यह महान नगर कीर्तन बाबा बकाला, श्री अमृतसर साहिब, तरनतारन, श्री खडूर साहिब, कपूरथला, जालंधर, फगवाड़ा, बंगा, नवांशहर, टिब्बी साहिब रोपड़, नूरपुर बेदी होते हुए श्री आनंदपुर साहिब में समाप्त हुआ।
मिसल श्री हरिकृष्ण साहिब गतका अखाड़ा अमृतसर के युवाओं ने उस्ताद सुखमिंदर सिंह की देखरेख में गतके के शानदार जौहर दिखाए।
यह भी उल्लेखनीय है कि यह नगर कीर्तन श्री आनंदपुर साहिब में 22 नवंबर 2025 को शाम 6 बजे पहुंचना था, लेकिन रास्ते में पड़ने वाले गांवों-शहरों की संगतों द्वारा स्वागत के प्रबंधों के कारण यह नगर कीर्तन 12 घंटे की देरी से पहुंचा।
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