पंजाब में आतंकवाद के समय भी चौधरी संतोख सिंह ने कांग्रेस का झंडा रखा था बुलंद, तीन महीने जेल भी काटी, पढ़ें उनका राजनीतिक सफर
Punjab News Live -PNL
January 14, 2023
चंडीगढ़, पंजाब, होम
संदीप साही
जालंधर, (PNL) : जालंधर के सांसद संतोख सिंह चौधरी हमारे बीच नहीं रहे। दोआबा की राजनीति में पैठ रखने वाले संतोख सिंह चौधरी ने यूथ कांग्रेस से अपना सियासी सफर शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे प्रदेश की राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत की। 1992 के विधानसभा चुनाव में संतोख सिंह फिल्लौर से पहली बार विधायक चुने गए थे। प्रताप सिंह कैरों व ज्ञानी जैल सिंह की सरकार में संतोख सिंह एग्रीकल्चर व जंगलात मंत्री भी बनें। उन्होंने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी खुलवाकर पंजाब सहित देश में हरित क्रांति लाने में अहम भूमिका निभाई।
बता दें कि जब पंजाब में आतंकवाद अपने चरम पर था तो संतोख सिंह ने पार्टी का झंडा बुलंद रखा। उन्होंने अपने सियासी करियर में तीन महीने की जेल भी काटी। संतोख सिंह दो बार विधायक व मंत्री रहे। इसके बाद जालंधर से लगातार दो बार सांसद चुने गए। बताते चलें कि संतोख सिंह 75 की उम्र में भी अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखते थे। उन्हें रेगुलर जिमिंग, रोज ब्रिस्क वाक के साथ-साथ गोल्फ खेलना और किताबें पढ़ना पसंद था।
बता दें कि संतोख सिंह चौधरी ने 1964 में चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल से शुरुआती शिक्षा हासिल की। इसके बाद उन्होंने 1968 में जालंधर के डीएवी कॉलेज और फिर साल 1972 में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से आगे की शिक्षा हासिल की। संतोख सिंह चौधरी पेशे से वकील थे। उनके बेटे विक्रमजीत सिंह चौधरी फिल्लौर हलके से मौजूदा विधायक हैं।