शंभू बॉर्डर से LIVE : लोहे के एंगल से स्थायी हट बना रहे किसान, कहा-इस बार सिंघु या टीकरी नहीं, यहीं सही, देखें तस्वीरें
Punjab News Live -PNL
February 24, 2024
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न्यूज डेस्क, (PNL) : शंभू और खनौरी बॉर्डर किसान लगातार डटे हुए हैं। पीछे हटने के बजाय अब उन्होंने यहां सिंघु बॉर्डर की तर्ज पर पक्का मोर्चा लगाना शुरू कर दिया है। किसान लोहे के एंगल से स्थायी हट बना रहे हैं। शुक्रवार शाम लोहे के पिलर लगाकर बड़े-बड़े हट तैयार कर उनमें बेड लगाए गए। शंभू बॉर्डर से करीब 25 प्रतिशत लोग और ट्रैक्टर-ट्रॉलियां वापस चली गई हैं।
हालांकि, किसानों का कहना है कि इन्हें खनौरी शिफ्ट किया गया है। किसान-मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय प्रधान मनजीत सिंह घुमाणा ने बताया कि ट्रैक्टर ट्रॉलियों में कमी नहीं है। कुछ किसान खनौरी बॉर्डर पर नौजवान की मौत होने पर वहां गए हैं, जो शनिवार को आ जाएंगे।
किसानों का कहना है कि इस बार सिंघु या टीकरी नहीं तो शंभू ही सही, अब यहीं डटे रहेंगे। वह अपने नेताओं के अगले एक्शन के इंतजार में हैं। भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के प्रधान रणजीत सिंह सवाजपुर का कहना है कि किसानों का पीछे हटने का कोई इरादा नहीं है।
किसान-मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय प्रधान मनजीत सिंह घुमाणा ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से दोबारा बात करने के लिए बुलाने व किसान नेताओं की ओर से कोई स्पष्ट जवाब न देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम बात करने के लिए तैयार हैं, जब तक मोदी सरकार किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती, किसान वापस जाने वाले नहीं।
किसान नेता जसवीर सिंह जस्सी ने भी बताया कि सभी किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने के लिए पूरे जोश के साथ शंभू बॉर्डर पर डटे हैं। शुक्रवार को दिनभर माहौल शांतिपूर्ण रहा। न तो किसान आगे बढ़े और न ही हरियाणा पुलिस की तरफ से कोई हरकत हुई।
सुबह-शाम मंच से गुरबाणी कीर्तन
लंगर और मरीजों की देखभाल के लिए बनाए गए अस्थायी क्लीनिक विधिवत तरीके से चल रहे हैं। मंच से सुबह शाम गुरबाणाी का कीर्तन करवाया जा रहा है और किसानों में जोश भरा जा रहा है। मंच के नजदीक ही पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो लगाकर ‘जै जवान तूं मारे किसान’ का पोस्टर लगाकर जनता को संदेश दिया जा रहा है।
दिल्ली की महिला पत्रकार से किसानों की कहा-सुनी, एक घंटा रोके रखा
शुक्रवार शाम दिल्ली के राष्ट्रीय चैनल की पत्रकार व उसके साथी के साथ किसानों की कहा-सुनी हो गई। उन्हें एक घंटे तक ट्रॉली में बैठाने के बाद कुछ किसानों के आग्रह पर उन्हें राजपुरा के गगन चौक पर छोड़कर वापस जाने को कहा।