श्री गुरुग्रंथ साहिब, अकाल तख्त और पंज प्यारों से भी खुद को सबसे बड़ा मानने लगा था दुबई में ट्रक चलाने वाला अमृतपाल! महंगा पड़ गया ‘हवा में उड़ने’ का शौक, पढ़ें पूरी खबर
Punjab News Live -PNL
March 19, 2023
अमृतसर, पंजाब, होम
अमृतसर, (PNL) : पंजाब में खालिस्तान की डिमांड करने वाला ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का चीफ अमृतपाल सिंह अब केंद्रीय एजेंसियों और पंजाब पुलिस की रडार पर है। पुलिस टीमें उसे गिरफ्तार करने के लिए ढूंढ रही हैं। पंजाब और देश की शांति व्यवस्था के लिए अमृतपाल सिंह पर शिंकजा कसना बेहद जरूरी हो गया है। अमृतपाल खुद को श्री गुरु ग्रंथ साहिब, अकाल तख्त और पंज प्यारों से भी बड़ा समझने लग गया था। वह दुबई में ट्रक चलाया करता था।
खुद को सिखों का रहनुमा बताने वाला अमृतपाल खालिस्तान की आड़ में एक अलग एजेंडा चला रहा था। अमृतपाल पर गुरुद्वारों और अकाल तख्त का अनादर करने का आरोप लगा है। आरोप है कि वह सिख मर्यादा के पालन से खुद को बड़ा समझने लगा है। पंजाब में ऐसी चर्चा है कि अमृतपाल खुद को सिख धर्म का इकलौता रखवाला मानने लगा है। यही कारण है कि उसने पंज प्यारों को लेकर चली आ रही सिख परंपरा का विरोध किया। जालंधर में उसने गुरुद्वारा माडल टाउन में कुर्सियां तोड़ी और उनमें आग लगा दी। उसके बाद उसके समर्थकों ने गरीबों के खोखों को आग लगा दी। अजनाला हिंसा के बाद वह कुछ ज्यादा ही हवा में उड़ने लग गया था।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब की आड़ में की ये करतूत
केंद्र को सौंपी गई एक रिपोर्ट में अमृतपाल सिंह से जुड़ी कुछ अहम जानकारी सामने आई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमृतपाल ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की आड़ में अपने साथी लवप्रीत सिंह तूफान को पुलिस हिरासत से छुड़ाने के लिए 23 फरवरी को अजनाला थाने पर हमला बोल दिया था। उस वक्त पंजाब पुलिस पर कार्रवाई न करने के आरोप लगे थे। मगर पुलिस ने बहुत समझदारी से इस संवेदशील मामले को संभाला था।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की मर्यादा का ख्याल रखते हुए पुलिस ने स्थिति को खराब होने से रोका। निजी स्वार्थों के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का सहारा लेने पर पूरे सिख समुदाय ने अमृतपाल की निंदा की थी। गुरु साहिब के अनादर की जांच करने का आदेश दिया गया। इसके बाद अमृतपाल ने धमकी दी कि भविष्य में भी अजनाला जैसी घटना हो सकती है।
इस मकसद से गुरुद्वारों में दे रहा था दखल
हाल ही में देश के शीर्ष खुफिया सूत्रों ने जानकारी दी थी कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने देश में सिख धर्मस्थलों के मैनेजमेंट पर पकड़ मजबूत और भारत में सिखों को भड़काने की कोशिशें तेज की है। इसके साथ ही सूत्रों ने बताया था कि आईएसआई ने खालिस्तानी अलगाववादी अमृतपाल सिंह को ट्रेंनिंग के बाद भारत भेजा है। आईएसआई के इशारे पर ही अमृतपाल सिंह देश के प्रमुख गुरुद्वारों के कामकाज में दखल दे रहा था।