बड़े-बड़े नशा तस्कर थे मजीठिया के ‘जिगरी यार’, उन्हें गनमैन और लाल बत्ती गाड़ियां देता था, बोनी अजनाला समेत चार लोगों के बयानों से मिले अहम सुराग, पढ़ें
Punjab News Live -PNL
June 30, 2025
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चंडीगढ़, (PNL) : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार किए गए शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर शिकंजा कस दिया है। अब तक उनके खिलाफ पंजाब के पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय से लेकर पूर्व पीए तलबीर सिंह गिल अपने बयान विजिलेंस को दर्ज करवा चुके हैं।
आज विजिलेंस मजीठिया को पंजाब व हिमाचल मे कई ठिकानों पर लेकर जाएगी। इसके लिए टीम कई गाड़ियों के काफिले में रवाना हो गई है। इस समय कौन सी लोकेशन पर उनको लेकर गए है, यह अभी तक साफ नहीं है। विजिलेंस का दावा है कि गवाहों के बयानों से कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं, जो कि इस केस में अहम भूमिका निभा सकती हैं। आज उन्हें अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर तस्दीक कराई जाएगी।
विजिलेंस ने अब तक जिन चार लोगों के बयान दर्ज किए हैं, उनके बयानों के महत्व को समझते हैं –
1. पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय वह व्यक्ति हैं, जिनके कार्यकाल में मजीठिया पर विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 2021 में कांग्रेस सरकार के समय एनडीपीएस केस दर्ज किया गया था। यह केस पूर्व डीजीपी की सुपरविजन में दर्ज किया गया था।
उनका साफ कहना है जो केस उस समय उन्होंने दर्ज किया था, वह ईडी की जांच के आधार पर था। वहीं, इस बार विजिलेंस ने 202ा में दर्ज केस को आधार बनाया है। उस समय भी सबूत थे, इस बार सबूत हैं।
2. निरंजन सिंह ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर हैं। जिन्होंने पंजाब पुलिस द्वारा दर्ज 6000 करोड़ के ड्रग तस्करी के बाद आरोपियों पर मनी लांडरिंग केस का केस दर्ज किया था। उन्होंने भोला समेत करीब 41 लोगों से पूछताछ की थी। वह बताते हैं कि भोला ने उनके सामने मजीठिया का नाम लिया था। 2013 में उन्होंने जांच शुरू की थी।
हालांकि मजीठिया उनके समक्ष पेश नहीं हुए थे। इसी जांच को आधार बनाकर 2021 में पुलिस ने मजीठिया पर एनडीपीएस का केस दर्ज किया था। उनके केस में 17 लोगों को सजा हो चुकी है।
3. बोनी अजनाला भी मजीठिया के खास रहे है। सबसे पहले उन्होंने मजीठिया के खिलाफ बगावत की थी। उन्होंने उस समय तत्कालीन सीएम प्रकाश सिंह बादल को इस बारे में पत्र भी लिखा है। वह साफ कहते हैं कि जिस सत्ता और पिंदी को नशा तस्कर कहा जा रहा है। उन्हें मजीठिया ने अपने घर पर जिगरी यार कहकर उनसे मिलवाया था। मजीठिया के बड़े-बड़े तस्करों के साथ लिंक थे। वह उन्हें गनमैन और लाल बत्ती गाड़ियां देता था। 2013 से वह इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
4. मजीठिया के पूर्व पीए तलबीर भी काफी अहम माना जा रहा है। उसे उनके कार्यालय से जुड़ी हर चीज पता थी। उन्होंने भी अपनी स्टेटमेंट रिकॉर्ड करवा दी है। वह भी अब मजीठिया से अलग हो गया है।