एन.एच.एस अस्पताल ने शुरू की पहला चक्रों की जांच करने वाली लैब
Punjab News Live -PNL
August 17, 2025
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जालंधर, (PNL) : एन.एच.एस अस्पताल, जो एडवांसहेल्थकेयर के लिए जाना जाता है, ने आज़ादी के दिन जलंधर का पहलाचक्रों की जांच करने वाली लैब शुरू किया। यह लेब बैलेंस और चक्करआने से जुड़ी समस्याओं की जांच और इलाज के लिए बनाई गई है। यहकदम अस्पताल के इनोवेशन, मरीज के अनुकूल केयर और क्वालिटीऑफ लाइफ बेहतर बनाने के मिशन को आगे बढ़ाता है।
अस्पताल के ऑडिटोरियम में हुए इस कार्यक्रम में सीनियर लीडरशिप, डॉक्टर और स्टाफ मौजूद रहे। इस मौके पर डायरेक्टर और सीनियरन्यूरोलॉजिस्ट डॉ. संदीप गोयल, डॉक्टर शुभांग अग्गरवाल (डायरेक्टर औरसीनियर ओर्थपेडीक सर्जन ) और डायरेक्टर व सीनियर न्यूरो सर्जन डॉ. नवीन चितकारा ने लेब का उद्घाटन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत झंडा फहराने से हुई, जो देश की आज़ादी केसाथ–साथ “Freedom from Vertigo” थीम को दर्शाता था जिसनेमाहौल को भावुक और सम्मानपूर्ण बना दिया।
डॉ. संदीप गोयल ने चक्रों और बैलेंस डिसऑर्डर्स पर जागरूकता सेशनलिया, जिसमें उन्होंने इसके लक्षण, कारण और समय पर इलाज कीज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने बताया कि वर्टिगो कोई बीमारी नहीं, बल्किएक लक्षण है, जो कान, दिमाग या नसों की परेशानी से हो सकता है। नईलेब में एडवांस टेस्टिंग, अनुकूलित इलाज और बेहतर स्थिति में लौटानाकी सुविधाएं मिलेंगी।
रिबन कटिंग और लेब की शुरुआत
लेक्चर के बाद रिबन काटकर लेब को नियमित रूप से शुरू किया गया।यह पल सभी के लिए गर्व और खुशी का था, क्योंकि अब जालंधर केमरीजों को ऐसे टेस्ट और इलाज के लिए बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा।
चक्रों की जांच करने वाली लैब के बारे में
यह लेब बैलेंस और चक्कर आने से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिएबनाई गई है। यहां आधुनिक मशीनों से कान के अंदर का फंक्शन, आंखोंकी मूवमेंट और बैलेंस कंट्रोल की जांच की जाएगी। न्यूरोलॉजी, ईएनटी, फिजियोथेरेपी और रिहैबिलिटेशन का कॉम्बिनेशन मरीजों को बेहतर औरजल्दी रिकवरी में मदद करेगा।
डॉ. संदीप गोयल ने कहा:
“चक्कर मरीज की रोज़मर्रा की जिंदगी को बहुत प्रभावित कर सकता है।इस लेब के ज़रिए हम सही समय पर सही जांच और असरदार इलाज देंगे, जिससे मरीज फिर से बैलेंस और आत्मविश्वास पा सके। आज़ादी के दिनइस लेब की शुरुआत करना हमारे लिए संकेतात्मक है – हम चाहते हैं किलोग चक्कर और डर से आज़ादी पाएं।”
डॉ. नवीन चितकारा ने कहा:
“यह जालंधर की पहली समर्पित चक्रों की जांच करने वाली लैब है।इससे अब मरीजों को बड़े शहरों में जाने की ज़रूरत नहीं होगी। नयीटेक्नोलॉजी और हमारी टीम का अनुभव मिलकर बेहतरीन चिकित्सा सेवादेगा।”
आजादी का खास जशन
रिबन कटिंग के बाद सभी मेहमान और स्टाफ ने साथ में लंच किया। 15 अगस्त को लॉन्च का मकसद था राष्ट्रीय आज़ादी को हेल्थ से जुड़ीआज़ादी से जोड़ना। #FreedomFromVertigos सोशल मीडिया पर भीट्रेंड किया।
जलंधर और आस–पास के लिए अहम कदम
अब तक कई मरीजों को ऐसे टेस्ट के लिए बड़े शहरों में जाना पड़ता था, जिससे समय और पैसे दोनों लगते थे। एन.एच.एस अस्पताल ने यह कमीपूरी कर दी है।
एन.एच.एस अस्पताल के बारे में
एन.एच.एस अस्पताल एक मल्टी–सुपरस्पेशलिटी अस्पताल है, जिसमें200+ बेड, आधुनिक मेडिकल टेक्नोलॉजी और माहिर डॉक्टर हैं। यहांन्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, नेफ्रोलॉजीसहित कई स्पेशलिटी में ट्रीटमेंट दिया जाता है।
आगे की दिशा
चक्रों की जांच करने वाली लैब से पहले साल में सैकड़ों मरीजों कोफायदा होगा, जिसमें जांच–प्रक्रिया के साथ–साथ मरीज की एजुकेशनऔर रिहैबिलिटेशन पर भी फोकस होगा।
डॉ. संदीप गोयल ने अंत में कहा:
“हेल्थकेयर का मतलब सिर्फ बीमारी का इलाज नहीं, बल्कि लोगों कीजिंदगी में आत्मनिर्भरता और विशेषता वापस लाना है। चक्रों की जांचकरने वाली लैब यही काम करेगी।” यह लॉन्च एन.एच.एस अस्पताल के इनोवेशन और कम्युनिटी हेल्थ के प्रतिसमर्पण का एक और उदाहरण है।