अकाली नेताओं की पेशी से पहले अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार का बड़ा एक्शन, पत्र लिखकर दी चेतावनी, पढ़ें
Punjab News Live -PNL
November 29, 2024
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अमृतसर, (PNL) : देश-विदेश में रहने वाले सिख पंथ की नजर 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब पर अकाली नेताओं की पेशी पर है. इस मौके पर पंथक राजनीति को लेकर बड़ा फैसला होने की उम्मीद है. पेशी से पहले श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने अकाली नेताओं को फटकार लगाते हुए पत्र लिखा है. जत्थेदार ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी भी प्रकार का शोर-शराबा कर पवित्र स्थान की गरिमा को नष्ट करने का प्रयास किया गया तो जिम्मेदारी उनकी स्वयं की होगी।
दरअसल, 2 दिसंबर को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल और अन्य अकाली नेताओं के खिलाफ कार्रवाई से पहले श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने सभी अकाली नेताओं को चेतावनी दी है कि वे इस मौके पर धार्मिक स्थल की गरिमा बनाए रखें. इस संबंध में जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के निजी सहायक जसपाल सिंह द्वारा भेजे गए पत्र के माध्यम से पेश हुए सभी अकाली नेताओं को चेतावनी दी गई है कि 2 दिसंबर को दोपहर 1 बजे अकाल तख्त पर पेशी के दौरान यदि उनके समर्थक किसी भी प्रकार की आपत्ति, यदि शोर मचाकर पवित्र स्थान की गरिमा को नष्ट करने का प्रयास किया गया तो जिम्मेदारी उनकी स्वयं की होगी।
इस संबंध में भेजे गए पत्र में 17 पूर्व अकाली मंत्रियों के नाम शामिल हैं, जिन्होंने बताया है कि 2007 से 2017 तक शिरोमणि अकाली दल सरकार के दौरान कुछ जघन्य अपराध हुए हैं, जिससे सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है संस्थाएं कम हो गई हैं. इससे सिखों का राजनीतिक वर्ग शिरोमणि अकाली दल भी कमजोर हुआ है. इस संबंध में उनका स्पष्टीकरण अकाल तख्त तक पहुंच गया है। इस संबंध में जत्थेदार ने आदेश दिया है कि वे अपनी गलतियों के लिए 2 दिसंबर को अकाल तख्त के सामने पेश हों।
इस पत्र में पूर्व मंत्री डॉ. उपिंदरजीत कौर, आदेश प्रताप सिंह कैरों, गुलजार सिंह रणीके, परमिंदर सिंह, सुच्चा सिंह लंगाह, जनमेजा सिंह, हीरा सिंह, सरवन सिंह फिल्लौर, सोहन सिंह, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी जागीर कौर, बिक्रम सिंह मजीठिया, मनप्रीत सिंह बादल, शरणजीत सिंह, सुरजीत सिंह और महेश इंदर सिंह के नाम शामिल हैं. इसके अलावा सुखबीर बादल को भी अलग से पत्र भेजा गया है.