किसान आंदोलन 2.0 : आंसू गैस के गोले छोड़े गए, रबर की गोलियां बरसाईं गईं…इन सबके बाद अब किसान नेता सरवन पंधेर ने किया बड़ा ऐलान, पढ़ें
Punjab News Live -PNL
February 15, 2024
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नई दिल्ली, (PNL) : न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) समेत तमाम अन्य मुद्दों को लेकर दिल्ली कूच करने का प्रयास कर रहे किसानों को अलग-अलग बॉर्डर पर रोक कर रखा गया है. दरअसल, आज गुरुवार (15 फरवरी) को किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच बातचीत होनी है. इस बात की जानकारी खुद किसान नेताओं ने दी है.
वहीं किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “हम चाहते हैं कि पीएम मोदी खुद बात करें तो इन सभी समस्याओं का हल निकल आएगा. आज हमारी केंद्र सरकार के साथ बातचीत होनी है. हम चाहते हैं कि पीएम मोदी स्वंय इस मसले पर पहल करें.”
उन्होंने आगे कहा, “हमें एक संदेश मिला और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बातचीत के आह्वान के आधार पर हमने आंदोलन में शामिल सभी लोगों से बात की और फैसला किया कि हम आज शांतिपूर्ण रहेंगे और जहां थे, वहां से आगे बढ़ने की कोशिश नहीं करेंगे. शाम 5 बजे एक बैठक बुलाई गई है और हम अपना शांतिपूर्ण विरोध जारी रखेंगे. तब तक हमारी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी.”
भारतीय किसान यूनियन (एकता सिधुपुर) के अध्यक्ष जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि किसान बातचीत के जरिए हल चाहते हैं और चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय के साथ शाम बजे बैठक है.
आंसू गैस के गोले छोड़े, गोलियां बरसाई, फिर भी हम बातचीत को तैयार
सरवन सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, “भले ही बुधवार को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया लेकिन फिर भी आंसू गैस के गोले छोड़े गए, रबर की गोलियां बरसाईं गईं और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया. ये सब पुलिस ने नहीं किया बल्कि अर्धसैनिक बलों ने किया. वही लोग हम पर हमला कर रहे थे. इसके बावजूद हम केंद्र सरकार से बात करने के लिए तैयार हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “किसानों पर केंद्र सरकार बल का प्रयोग कर रही है. पूरे पॉजिटव मोड से हम लोग मीटिंग में जा रहे हैं. विश्वास है कि मीटिंग से हल निकलना चाहिए. यूपी और एमपी में किसान नेता की गिरफ्तार हो रही है. बीजेपी का वोटर भी किसान है. हम लोगों को एमएसपी पर कानून चाहिए. पुलिस हमारे ऊपर प्रहार कर रही है. अर्धसैनिक बल हमारे ऊपर प्रहार कर रहे हैं. हम लोगों को दिल्ली में शांतिपूर्वक प्रर्दशन की इजाजत दी जाए. किसानों की कर्जमाफी होनी चाहिए.”