जालंधर, (PNL) : नगर निगम चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। दिग्गज नेता निगम चुनाव हार गए हैं, जिनमें शहर के पूर्व मेयर जगदीश राजा, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया की पत्नी जसपाल कौर भाटिया और डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी शामिल है। ये सभी दलबदलू नेता थे। यही वजह ही कि शहर की जनता ने दलबदलू नेताओं को सिरे से नकार दिया। जगदीश राजा लंबे समय से पार्षद बनते आ रहे हैं और शुरू से वह कांग्रेस में ही थे। कांग्रेस ने उन्हें मेयर और उनकी पत्नी को डिप्टी मेयर बनाया था। फिर भी वह कांग्रेस को अलविदा कहकर आप में शामिल हो गए।
इसी तरह पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया और उनकी पत्नी जसपाल कौर भाटिया शुरू से अकाली दल में रहे। भाटिया को लगातार दो बार अकाली दल ने सीनियर डिप्टी मेयर बनाया। इसके बावजूद वह अकाली दल छोड़कर पहले आप, फिर बीजेपी और उसके बाद फिर आप में चले गए। यही वजह रही कि लोगों ने जसपाल कौर भाटिया को इस बार पार्षद नहीं बनाया। वहीं हरसिमरनजीत सिंह बंटी कट्टड़ कांग्रेसी थे। पार्टी ने उन्हें डिप्टी मेयर बनाया था। फिर भी वह पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। दल बदलने के कारण लोगों ने इस बार बीजेपी के मनजीत सिंह टीटू को पार्षद बना दिया।
आप ने टिकट काटा तो आजाद जीते लखोतरा
वहीं दूसरी तरफ वेस्ट उप-चुनाव में तरसेम सिंह लखोतरा कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हो गए थे। इस चुनाव में आप ने लखोतरा को पहले टिकट दी और फिर बाद में टिकट काटकर रजनीश भगत को दे दी। लखोतरा बतौर आजाद उम्मीदवार खड़े हो गए और जीत भी गए। लोगों ने लखोतरा को स्वीकार किया और जितवा भी दिया।