हादी की मौत पर बांग्लादेश में भड़की हिंसा, दो अखबारों के दफ्तरों को लगाई आग, एक पत्रकार की हत्या, कई शहरों में तनाव, भारत ने जारी की एडवाइजरी, पढ़ें
Punjab News Live -PNL
December 19, 2025
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न्यूज डेस्क, (PNL) : 19 दिसंबर को छात्र विद्रोह के नेता शरीफ उस्मान हादी की मृत्यु के बाद, बांग्लादेश में व्यापक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे. ढाका में जनता के आक्रोश के बीच, कई प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों और अखबारों के कार्यालयों में तोड़फोड़ कर दी है.
बांग्लादेश के खुलना में पत्रकार इमदादुल हक मिलन की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि इस घटना में एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मिलोन शालुआ प्रेस क्लब के अध्यक्ष थे. हमले के समय मिलोन शालुआ बाजार की एक चाय की दुकान पर बैठे चाय पी रहे थे. उसी वक्त, दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार लोग अचानक आए, उस पर गोलियां चलाईं और तेजी से भाग गए. यूनुस ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की. लेकिन इस पूरे मामले की शुरुआत कैसे हुई और अब तक क्या-क्या हुआ?
शरीफ उस्मान हादी कौन था?
शरीफ उस्मान हादी का जन्म बांग्लादेश के नलचिटी गांव में हुआ था. वह इंकलाब मंच का राष्ट्रीय प्रवक्ता था. वह एक प्रमुख बांग्लादेशी राजनीतिक कार्यकर्ता, लेखक और दक्षिणपंथी इस्लामी संगठन ‘इंकलाब मंच’ का प्रवक्ता था. वह जुलाई-अगस्त 2024 के छात्र-नेतृत्व वाले बड़े आंदोलन के बाद उभरे एक प्रभावशाली युवा नेता के रूप में पहचाने जाता है.
हादी की मौत कैसे हुई?
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, इंकलाब मंच के कार्यकर्ता मोहम्मद रफी (हादी के पीछे एक दूसरे रिक्शे पर थे) ने बताया कि जुमे की नमाज (12 दिसंबर) के बाद वह लोग दोपहर का खाना खाने हाईकोर्ट इलाके की ओर जा रहे थे. बिजयनगर पहुंचते ही मोटरसाइकिल पर आए दो लोगों ने हादी पर गोली चला दी और भाग गए. हादी को सिंगापुर के अस्पताल लाया गया. 6 दिन बाद हादी की मौत हो गई.
हिंसा कैसे भड़की?
जैसे ही हादी की खबर फैली, ढाका में उनके समर्थक गुस्से से सड़कों पर उतर आए. लोग शाहबाग चौराहे पर जमा हुए और सरकार पर हादी की सुरक्षा में नाकामी का आरोप लगाया. वह हत्यारों को तुरंत पकड़ने की मांग करने लगे. गुस्सा बढ़ता गया और प्रदर्शन हिंसक हो गए.
प्रदर्शनकारियों ने क्या-क्या फूंक दिया?
प्रदर्शनकारियों ने 2 न्यूज चैनल के ऑफिस, आवामी लीग का दफ्तर और शेख मुजीबुर्रहमान के घर तोड़फोड़ की. ढाका को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले एक प्रमुख राजमार्ग को बंद कर दिया और दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के चटगांव में एक पूर्व मंत्री के आवास में तोड़फोड़ की. बंगाली संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित प्रमुख केंद्र छायानाट को भी निशाना बनाया. इसके अलावा कई जगहों पर भी हिंसक घटनाएं हुईं.
हादी का शव बांग्लादेश कब पहुंचेगा?
इंकलाब प्लेटफॉर्म के फेसबुक पोस्ट के मुताबिक, उस्मान हादी के रिश्तेदार शुक्रवार को दोपहर 3:50 बजे उनके शव के साथ सिंगापुर से रवाना होंगे. वे शाम करीब 6 बजे बांग्लादेश पहुंचेंगे.
अंतिम संस्कार कब होगा?
इंकलाब मंच ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शनिवार को जोहर की नमाज (दोपहर की नमाज) के बाद ढाका के मानिक मियां एवेन्यू में होगा.
आरोपी कौन है?
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने फैसल करीम मसूद की पहचान उस बंदूकधारी के रूप में की है जिसने उस्मान हादी पर गोली चलाई थी. पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) ने बताया कि हमले में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल को उसका साथी आलमगीर शेख चला रहा था. कई जांच सूत्रों ने बताया कि दोनों संदिग्धों ने अवैध रूप से सीमा पार की और भारत भाग गए.
कितने आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है?
पुलिस और RAB ने हत्या के सिलसिले में 14 लोगों को हिरासत में लिया है और गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में आरोपी फैसल के पिता मोहम्मद हुमायूं कबीर (70), माता मूसा हासी बेगम (60), पत्नी शहीदा परवीन सामिया और बहनोई वाहिद अहमद सिपु शामिल हैं. इसके अलावा फैसल की प्रेमिका मारिया अख्तर को भी गिरफ्तार किया है.
भारत ने क्या एडवाइजरी दी?
बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग ने शुक्रवार सुबह नोटिस जारी कर बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय समुदाय के सदस्यों और भारतीय छात्रों से यात्रा से बचने की अपील की है.