रिश्वतखोर निकली पंजाब पुलिस की ये लेडी इंस्पेक्टर, 5 लाख लेकर छोड़े नशा तस्कर, केस दर्ज, पढ़ें पूरा मामला
Punjab News Live -PNL
October 24, 2024
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मोगा, (PNL) : कोरोना काल दौरान चर्चा में आई पंजाब पुलिस की लेडी इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर रिश्वतखोर निकली। महिला SHO पर आरोप है कि उसने दोनों मुंशियों के साथ मिलकर 3 नशा तस्करों को पकड़ा। फिर उन्हें 5 लाख रुपए की रिश्वत लेकर छोड़ दिया। अब तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। आरोपी महिला SHO कोरोना काल में फ्रंटलाइन वॉरियर के रूप में मशहूर हुई थी। पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर ने वीडियो कॉल पर उसका उत्साह भी बढ़ाया था।
मोगा के DSP रमनदीप सिंह की ओर से कोट इसे खां थाने में दी गई FIR के मुताबिक, कोट इसे खां थाने में तैनात SHO अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल ने 1 अक्टूबर को नाके पर एक नशा तस्कर को पकड़ा। उसका नाम अमरजीत सिंह था। वह कोट इसे खां में दातेवाला रोड का रहने वाला था।
तलाशी के दौरान आरोपी से 2 किलो अफीम बरामद हुई। इस कार्रवाई में SHO अर्शप्रीत कौर के साथ कोट इसे खां थाने के मुंशी गुरप्रीत सिंह और बालखंडी चौकी के मुंशी राजपाल सिंह भी शामिल थे। इन्होंने जब आरोपी से पूछताछ की तो पता चला कि उसके साथ नशे की तस्करी में उसका बेटा गुरप्रीत सिंह और भाई मनप्रीत सिंह भी शामिल थे।
इसके बाद पुलिस ने अन्य दोनों आरोपियों की भी तलाश शुरू की और उन्हें पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर हिरासत में ले लिया। उनसे भी जब पूछताछ की तो 3 किलो और अफीम की खुलासा हुआ। पुलिसकर्मियों ने वह अफीम भी जब्त की, लेकिन इसकी कोई FIR दर्ज नहीं हुई।
पुलिस ने केवल 2 किलो अफीम बरामद होने का मुकदमा ही दर्ज किया। इसी बीच किसी व्यक्ति के जरिए आरोपी तस्करों ने SHO अर्शदीप कौर से संपर्क किया और आरोपियों को छोड़ने की एवज में पैसे ऑफर किए। SHO ने ऑफर पर तोलमोल करते हुए 8 लाख रुपए की डिमांड की।
8 लाख में सौदा हुआ, 5 लाख ले लिए
आरोपियों ने 5 लाख रुपए इंस्पेक्टर को दे दिए, जिन्हें मुंशियों और SHO ने आपस में बांट लिया, और 2 आरोपियों गुरप्रीत और मनप्रीत को छोड़ दिया। DSP रमनदीप के अनुसार, किसी मुखबिर ने इस मामले की जानकारी उन्हें दी। इसके बाद DSP ने मामले की जांच की और तीनों पुलिस वालों पर FIR दर्ज कराई।
DSP ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। अब मामले की जांच की जा रही है। साथ ही जो 2 आरोपी गुरप्रीत और मनप्रीत फरार हैं, उन्हें पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। साथ ही आरोपी पुलिसवालों के पिछले रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।