बड़ी खबर : इजरायल के साथ खुलकर खड़ा हुआ अमेरिका, ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर US ने बरसाए बम, ईरान बोला-‘तुमने शुरू किया, खत्म हम करेंगे’
Punjab News Live -PNL
June 22, 2025
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न्यूज डेस्क, (PNL) : ईरान और इजरायल की जंग में अब अमेरिका भी शामिल हो गया है. अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों- फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हवाई हमला किया है. यह हमला पूरी तरह सफल बताया गया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “सभी अमेरिकी विमान अब ईरान की हवाई सीमा से बाहर निकल चुके हैं और सुरक्षित घर लौट रहे हैं. सबसे ज्यादा बम फोर्डो नाम की साइट पर गिराए गए.” उन्होंने आगे अमेरिकी सेना की तारीफ करते हुए कहा, “हमारे महान योद्धाओं को बधाई! दुनिया की कोई और सेना ऐसा नहीं कर सकती.” इसके साथ ही कहा कि अब शांति का समय है. हालांकि, अभी तक ईरान की तरफ से इस हमले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
अमेरिका ने जब ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया तो वह खुद को सीधे ईरान के साथ युद्ध में ले आया. यह कदम इजरायल की मदद के रूप में देखा जा रहा है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करना चाहता है. यह फैसला खास इसलिए भी है क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में वादा किया था कि वह अमेरिका को फिर से मिडिल ईस्ट की जंग में नहीं झोंकेंगे.
हमले से सिर्फ 48 घंटे पहले ट्रंप ने कही थी ये बात
हमले से सिर्फ 48 घंटे पहले ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका दो हफ्ते तक इंतजार करेगा कि क्या ईरान और इजरायल के बीच राजनयिक हल निकल सकता है. उन्होंने कहा था, “अगर बातचीत की संभावना होगी तो मैं दो हफ्तों में फैसला करूंगा कि आगे क्या करना है.” लेकिन अब ट्रंप ने सीधे हमला करने का फैसला ले लिया.
इस हमले के बाद ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि तुमने शुरू किया, हम खत्म करेंगे. ईरानी मीडिया ने अमेरिकी हमले की पुष्टि की थी और बताया था कि अमेरिकी सेना की ओर से अत्याधुनिक मिसाइल सिस्टम और ड्रोन के जरिए न्यूक्लियर साइट पर हमला किया है. हालांकि, ईरानी न्यूज़ चैनलों ने यह भी दावा किया कि उन्होंने हमले से पहले ही अपने यूरेनियम भंडार को स्थानांतरित कर दिया था. मार्च 2025 में ही ईरान ने अपने संवेदनशील परमाणु उपकरणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की योजना बनाई थी.
अमेरिका ने ईरान पर क्यों बरसाए बम?
अमेरिकी हमले के पीछे मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कमजोर करना है. इसमें अमेरिका इजरायल के साथ मिलकर काम कर रहा है. दोनों का एक ही मकसद है कि ईरान जैसे इस्लामिक देश के हाथों में न्यूक्लियर बम हाथ लगने के रोकना. उन्हें आशंका है कि अगर ईरान ऐसा करने में कामयाब रहा था तो उनके लिए परेशानी का सबब बन जाएगा. इन उद्देश्यों के तहत ही ईरान के नतांज, इस्फहान और फोर्डो जैसे परमाणु ठिकानों पर हमला किया गया है. यह हमले केवल ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नहीं, बल्कि उसके रणनीतिक और तकनीकी आत्मविश्वास को भी चुनौती देते हैं.