पंजाब के 14 जिलों में फैला लंपी स्किन रोग, 800 से ज्यादा पशुओं की मौत, पढ़ें क्या है ये संक्रमण
punjab news live (PNL)
August 4, 2022
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लुधियाना, (PNL) : फाजिल्का से शुरू हुआ पशुओं में लंपी स्किन संक्रमण अब पंजाब के 14 जिलों तक पहुंच गया है। राज्य में अब तक 800 से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है। भले ही सरकारी आंकड़ों में पशुओं की मौतों की संख्या कम हो परंतु इसकी वास्तविक संख्या कई गुना अधिक बताई जा रही है। सबसे पहले प्रभावित हुए फाजिल्का में सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक मात्र 16 पशुओं की मौत हुई है, जबकि पशुपालकों और विभिन्न गांवों के सरपंचों का दावा है कि यहां 600 से ज्यादा पशु दम तोड़ चुके हैं।
शुरुआती दौर में यह बीमारी फाजिल्का, मुक्तसर, बठिंडा, फरीदकोट, फिरोजपुर, मानसा, मोगा व नवांशहर में थी, किंतु अब बढ़तेबढ़ते यह बीमारी तरनतारन, गुरदासपुर, बरनाला, अमृतसर व दो अन्य जिलों तक पहुंच चुकी है। जिस कारण डेयरी फार्मिंग से जुड़े लोगों में भय का माहौल है। गौर हो कि 28 जुलाई को विभाग के डायरेक्टर की ओर से जारी पत्र में जिले के डिप्टी डायरेक्टरों को बीमारी सबंधी अलग-अलग बयान देने से रोका गया था।
बुधवार को पंजाब सरकार ने पशुओं के उपचार व बीमारी की रोकथाम व बचाव की दवाओं के लिए 76 लाख रुपए जारी किए हैं। पशुपालन, मछली पालन एवं डेयरी विकास मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने फाजिल्का, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर को 5-5 लाख रुपए जबकि बाकी जिलों लाख रुपए फंड दिया है। संबंधित जिलों के डिप्टी डायरेक्टर्स का कहना 3-3 है कि सैंपल लिए जा रहे हैं और फिलहाल स्थिति अभी नियंत्रण में है।
जानें लंपी बीमारी के बारे में
लंपी त्वचा रोग एक संक्रामक बीमारी है, जो मच्छर, मक्खी, जूं इत्यादि के काटने या सीधा संपर्क में आने अथवा दूषित खाने या पानी से फैलती है. इससे पशुओं में तमाम लक्षणों के साथ उनकी मौत भी हो सकती है. यह बीमारी तेजी से मवेशियों में फैल रही है. इसे ‘गांठदार त्वचा रोग वायरस’ (एलएसडीवी) कहते हैं. दुनिया में मंकीपॉक्स के बाद अब यह दुर्लभ संक्रमण वैज्ञानिकों की चिंता का कारण बना हुआ है. इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए पशुओं को टीका लगाया जा रहा है.