ब्यास दरिया में कूदे भाईयों के घर मजीठिया के पहुंचने से मामला गर्माया, केस दर्ज करने की उठी मांग, पढ़ें
Punjab News Live -PNL
August 30, 2023
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जालंधर, (PNL) : ब्यास दरिया में कूदे दो भाईयों का मामला उस समय फिर से गर्मा गया जब वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पीड़ित परिवार के घर पहुंच गए। अकाली दल ने उक्त एसएचओ के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। मजीठिया ने कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय है। उपर से पुलिस दावा कर रही है कि 15 अगस्त को संबंधित पुलिस स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे।
उन्होने कहा, ‘‘ यह स्पष्ट तौर पर वीडियो फुटेज को हटाकर मामले को कमजोर करने की कोशिश करने की साजिश रची गई है। उन्होने कहा कि यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी दो अलग-अलग मामलों में स्पष्ट किया था कि एक पुलिस स्टेशन का हर हिस्सा सीसीटीवी कैमरे की नजर में होना चाहिए। उन्होने कहा कि यह संभव ही नही है कि स्वतंत्रता दिवसर पर सीसीटीवी कैमरे काम नही कर रहे हो, जबकि राज्य और देश में इस अवसर पर देश मे हमेशा सुरक्षा बढ़ा दी जाती है।
मजीठिया ने कहा कि एक महिला की शिकायत पर उसके ससुराल वालों के खिलाफ शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय एसएचओ और महिला कांस्टेबल जीवनजोत कौर और एएसआई बलविंदर कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मचारियों ने मानवजीत सिंह ढ़िल्लों को बेरहमी से पीटा। यहां तक कि ‘‘ उनकी पगड़ी तक हवा में उछाली गई और उन्हे पानी देने से भी इंकार कर दिया गया’’।
मजीठिया ने कहा कि जशनजीत सिंह ढ़िल्लों अपने भाई मानवजीत सिंह ढ़िल्लों के साथ किए गए दुव्र्यवहार को सहन नही कर सके और वह ब्यास नदी की ओर चले गए। उन्होने कहा कि उनके भाई मानवजीत और एक दोस्त के समझाने के बावजूद वह नही माने और दोनों ब्यास नदी में कूद गए। उन्होने कहा, ‘‘ यह चैंकाने वाली बात है कि मामले में न्याय के लिए दोनो भाईयों के पिता द्वारा मुख्यमंत्री भगवंत मान और डीजीपी गौरव यादव से लिखित अपील करने के बाद भी दोनों ने इस मुददे पर चुप्पी साध रखी है’’।
मजीठिया ने कहा कि पुलिस दोनों भाइयों के शवों का पता लगाने में विफल रही और परिवार ने स्वयं गोताखोरों को काम पर लगाया फिर भी शवों का पता नही चला। उन्होने कहा कि अब पुलिस यह साबित करने की कोशिश कर रही है कि शवों का पता नही चला पा रहा है, क्योंकि कानून कहता है कि जब तक शवों का पता नही चल जाता, तब तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की जा सकती’’।
इस मौके पर गुरप्रताप सिंह वडाला, गुरचरण सिंह चन्नी, सुखमिंदर सिंह राजपाल, गुरप्रीत सिंह सचदेवा, दीप सिंह राठौर, गुरप्रीत सिंह खालसा, निरवैर सिंह साजन, हरमन असीजा व अन्य मौजूद थे।