बुराड़ी नहीं जाएंगे किसान, दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर ही विरोध प्रदर्शन करेंगे, मीटिंग के बाद हुआ फैसला
punjab news live (PNL)
November 28, 2020
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नई दिल्ली, (PNL) : कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत मिल गई है. किसानों को दिल्ली के बुराड़ी में मौजूद निरंकारी ग्राउंड में प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई है. लेकिन किसान सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर ही डेरा डाले हुए है.
वहीं दिल्ली-हरियाणा सिंघू बॉर्डर पर चल रही किसानों की मीटिंग खत्म हो गई है. भारतीय किसान यूनियन पंजाब के जनरल सेक्रेट्री हरिंदर सिंह ने कहा है, “हमने फैसला किया है कि हम यहां से कहीं नहीं जाएंगे और अपना विरोध प्रदर्शन यहीं करेंगे. रोज़ाना सुबह 11 बजे हम मुलाकात करेंगे और अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे.”
राजस्थान के किसान नेता रामपाल जाट ने कहा, “अभी देश में जो नीति चल रही है वो है-निवेश आधारित विकास। इसका अर्थ है पैसे वालों के हाथ जोड़ो। किसान कानूनों के खिलाफ जारी देशव्यापी आंदोलन के मद्देनज़र अभी यहां से 100 लोगों का जत्था दिल्ली के लिए रवाना हो रहा है.”
हरियाणा के मुरथल के मशहूर अमरीक सुखदेव ढाबे ने विरोध प्रदर्शन करने दिल्ली जा रहे किसानों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं. वे किसानों को मुफ्त में भोजन करा रहे हैं और इसके लिए उन्हें खासी सराहना मिल रही है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), महाराष्ट्र राज्य समिति ने इस ढाबे को ‘लाल सलामी’ दी.
बॉर्डर पर धरने से यात्रियों को हो रही परेशानी
दिल्ली जाने पर अड़े हजारों किसान पिछले 24 घंटे से सिंघू बॉर्डर पर जमे हुए हैं. जिसकी वजह से नेशनल हाइवे-44 पर सिंघु राई बीसवां मील चौंक से बॉर्डर तक करीब सात किमी लंबा जाम लग गया है. जाम के मद्देनजर पुलिस पानीपत की ओर से आने वाली गाड़ियों को सोनीपत और खेवड़ा की ओर डायवर्ट कर रही है. जाम की वजह से दैनिक यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वे पैदल ही जाने को मजबूर हो रहे हैं.